राम जी बहुत डरा हुआ था परंतु उसने कहा कि यदि हम एक साथ जुट करके काम करें तो हम शेर को यहां से भगा सकते हैं।
परंतु गांव वाले बहुत ज्यादा डरे हुए थे इसलिए कोई भी आगे नहीं जाना चाहता था परंतु राम ने अपने साहस के बल पर उस शेर को भगाने में सफलता प्राप्त की।
वास्तव में वह कोई शेर नहीं था वह एक भगवान के द्वारा भेजा गया देवदूत था वह भगवान चाहते थे कि गांव का जो भी व्यक्ति शेर को बताएग आधारित समस्याओं का सामना करेगा भगवान उससे एक अच्छी सुख सुविधाएं और उन्हें मोक्ष की प्राप्ति देंगे इस प्रकार यदि मनुष्य भी अपनी समस्याओं से लड़ता है तो उसे भी भगवान से अच्छी वस्तुएं ही मिलती है परंतु यह आवश्यक नहीं है कि कर्म करने के तुरंत बाद ही सभी व्यक्तियों को अच्छी चीजें की प्राप्ति हो इसलिए कर्म करते रहना चाहिए फल की चिंता नहीं करनी चाहिए
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि लोगों को हमेशा साहसी व मेहनती बनना चाहिए।
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धन्यवाद
Wow
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